राजिम (कल्प) कुंभ: आध्यात्मिक आस्था का भव्य संगम

राजिम कुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भीड़

राजिम कुंभ 2025 में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। जानिए इस भव्य आयोजन के प्रमुख आकर्षण और धार्मिक महत्व।

20 फरवरी 2025: छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध राजिम (कल्प) कुंभ में इस वर्ष आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। इस धार्मिक आयोजन में देशभर से साधु-संत, श्रद्धालु और पर्यटक शामिल हो रहे हैं।

राजिम (कल्प) कुंभ का महत्व
राजिम कुंभ को छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहा जाता है, क्योंकि यह तीन नदियों—महानदी, पैरी और सोंढूर—के संगम पर स्थित है। इस आयोजन का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है, जिसमें प्रतिदिन स्नान, भजन-कीर्तन और प्रवचन हो रहे हैं।

मुख्य आकर्षण और आयोजन
इस बार कुंभ में शाही स्नान, कथा प्रवचन, संत समागम और भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालु यहां आकर पवित्र स्नान कर रहे हैं और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग ले रहे हैं।

मुख्य अतिथि और संत महात्मा
इस पावन अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के संत-महात्मा, धर्मगुरु और विद्वान उपस्थित हैं। धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालु बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है।

आस्था और पर्यटन का संगम
राजिम (कल्प) कुंभ न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के पर्यटन को भी बढ़ावा देता है। श्रद्धालु यहां आकर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत से परिचित हो रहे हैं।

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