रायपुर में अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और पुलिस का भय खत्म होता दिख रहा है। राजधानी के कमल विहार इलाके में एक बार फिर ऐसी घटना सामने आई है, जिसने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हिस्ट्रीशीटर पूजा सचदेवा, जो कई आपराधिक मामलों में पहले भी गिरफ्तार हो चुकी है, इस बार छात्र-छात्राओं को बंधक बनाकर मारपीट तथा लूटपाट करने के आरोप में चर्चाओं में है। आरोप है कि पूजा ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए छह से अधिक छात्रों को फ्लैट में बंधक बनाया, उनसे पैसे लूटे और छात्राओं के साथ छेड़खानी करते हुए प्राइवेट पार्ट पर हमला किया।
कैसे दिया घटना को अंजाम?
- युवती अपने भाई का हाल जानने कमल विहार पहुंची थी।
- इसी दौरान पूजा और उसके साथी निखिल सचदेवा ने उसे रोका और पूछताछ के नाम पर फ्लैट में बुलाया।
- अंदर पहले से मौजूद तीन युवकों ने सभी छात्र-छात्राओं को घेर लिया।
- आरोपियों ने चाकू दिखाकर मारपीट की और 7000 रुपये कैश छीन लिए।
- इसके बाद युवती का एटीएम लेकर 9000 रुपये निकाले।
- छात्राओं के लैपटॉप, मोबाइल, मोपेड और कैश सहित कुल करीब डेढ़ लाख रुपये लूट लिए।
- आरोप है कि निखिल ने छात्राओं से छेड़छाड़ की और शारीरिक हमला किया।
पूजा ने धमकी दी कि मामले की शिकायत करने पर जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
पुलिस कार्रवाई और पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
- पुलिस ने मामले में केवल मारपीट का केस दर्ज किया है, जबकि आरोप गंभीर हैं।
- आरोपी पूजा को पुलिस ने पहले भी आदतन बदमाश घोषित किया है।
- साल 2005 में पहला एफआईआर दर्ज हुआ था।
- बलवा, लूटपाट, मारपीट और कई गंभीर मामलों में आरोपी रह चुकी है।
- बैरन बाजार के एक छात्रावास में भी उसने पहले हमला किया था, पर अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई।
फिलहाल पुलिस टीम आरोपी पूजा सचदेवा और उसके साथियों की तलाश में लगी हुई है और मामले की जांच जारी है।