कांकेर जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इसलिए, 2015 में हुई घटनाओं के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो पाई है। बुधियारमारी और भैंसगांव में 3 परिवारों से मारपीट और जान से मारने की धमकी देने वाले 5 नक्सलियों को पुलिस ने दबोच लिया है। इसके अलावा, इन आरोपियों ने गांव छोड़ने के लिए पीड़ित परिवारों पर दबाव बनाया था। परिणामस्वरूप, वे लंबे समय से फरार थे लेकिन पुलिस ने लगातार कार्रवाई कर उन्हें पकड़ लिया। नतीजतन, क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति मजबूत हुई है।
पुलिस ने 5 नक्सलियों को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान कार्तिक उसेंड, संतूराम हुपेंडी, चंदन सलाम, सोमारू उर्फ कोलू और लक्ष्मण नुरेटी के रूप में हुई है। उल्लेखनीय है कि, ये सभी 2015 से फरार चल रहे थे और पुलिस को इनकी लंबे समय से तलाश थी। इसी तरह, पूछताछ में आरोपियों ने ग्रामीणों से मारपीट और उन्हें जबरन गांव से भगाने की बात स्वीकार की है।
2015 की घटनाओं से दहशत में थे ग्रामीण
बुधियारमारी और भैंसगांव के ग्रामीण 2015 में घटी इन घटनाओं से भयभीत थे। दरअसल, नक्सलियों ने तीन परिवारों के सदस्यों के साथ मारपीट की और उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। इसके अलावा, उन्हें गांव छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया था। इस कारण, कई परिवारों ने अन्य सुरक्षित इलाकों में शरण ले ली थी।
पुलिस की सतर्कता से मिली बड़ी कामयाबी
पुलिस ने इन फरार नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किया। अंततः, गुप्त सूचना के आधार पर दबिश देकर पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान, पुलिस ने इलाके में नक्सल गतिविधियों पर पैनी नजर रखी और अभियान को सफल बनाया। इसके अलावा, इस गिरफ्तारी से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती मिली है।
नक्सल उन्मूलन की दिशा में बड़ी सफलता
छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इस अभियान के तहत, कांकेर में मिली यह सफलता महत्वपूर्ण मानी जा रही है। नतीजतन, ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है और वे अब अधिक आत्मविश्वास महसूस कर रहे हैं। यही कारण है कि, पुलिस की यह कार्रवाई इलाके में शांति बहाल करने में मददगार साबित हो रही है।