प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल से पांच दिन की बहुप्रतीक्षित विदेश यात्रा पर निकल रहे हैं। पीएम मोदी की विदेशी यात्रा में वे तीन देशों – साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया का दौरा करेंगे और अंत में इटली में G7 समिट में भाग लेंगे। यह यात्रा वैश्विक मंचों पर भारत की भूमिका को और अधिक मज़बूत करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
तीन देशों का दौरा, कूटनीति को मजबूती
पहला पड़ाव साइप्रस होगा, जहां वे द्विपक्षीय वार्ताओं और सामरिक साझेदारियों पर चर्चा करेंगे। पीएम मोदी की विदेशी यात्रा में साइप्रस जैसे परंपरागत मित्र देशों के साथ रणनीतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके बाद वे कनाडा जाएंगे, जहां प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ संवाद के साथ-साथ आर्थिक और तकनीकी समझौतों की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।
तीसरा पड़ाव होगा क्रोएशिया, जहां प्रधानमंत्री मोदी व्यापार, शिक्षा और सांस्कृतिक सहयोग के विस्तार पर जोर देंगे। इसके बाद वे इटली में आयोजित G7 समिट में शामिल होंगे। इस वैश्विक सम्मेलन में वे जलवायु परिवर्तन, वैश्विक आर्थिक स्थिरता, उभरती तकनीक, और वैश्विक शांति जैसे मुद्दों पर भारत का दृष्टिकोण साझा करेंगे।
पीएम मोदी की विदेशी यात्रा को विदेश मंत्रालय ने ‘एक्ट वेस्ट’ नीति का हिस्सा बताया है, जिसका उद्देश्य पश्चिमी देशों के साथ भारत के रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना है। यह दौरा तीन महाद्वीपों और वैश्विक मंचों को जोड़ता है, जिससे भारत की विदेश नीति को नई दिशा मिल सकती है।
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