नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र 2025 इस बार 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर को समाप्त होगा। इस सत्र में कई अहम बिलों पर चर्चा होने की संभावना है, जिसमें वन नेशन-वन इलेक्शन और वक्फ विधेयक प्रमुख हैं।
महत्वपूर्ण विधेयकों पर होगी चर्चा
शीतकालीन सत्र के दौरान वन नेशन-वन इलेक्शन पर रिपोर्ट को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद बिल पेश किया जाएगा। इस विधेयक पर विपक्षी दलों का विरोध है और वे एक साथ चुनाव के पक्ष में नहीं हैं। इसके अलावा, वक्फ विधेयक पर गठित जेपीसी संसद में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी, जिस पर भी भारी हंगामा की उम्मीद है। गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर बोलते हुए कहा था कि यह विधेयक शीतकालीन सत्र के दौरान पारित किया जाएगा।
संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संयुक्त सत्र की संभावना
संविधान की 75वीं वर्षगांठ, जो कि 26 नवंबर को मनाई जाएगी, के अवसर पर संसद भवन के सेंट्रल हॉल में संसद का संयुक्त सत्र आयोजित किया जा सकता है। इस संयुक्त सत्र में महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
पिछला मानसून सत्र: उपलब्धियाँ और परिणाम
18वीं लोकसभा का पहला मानसून सत्र 22 जुलाई से 9 अगस्त तक चला था। इस सत्र में कुल 12 विधेयक पेश किए गए थे, जिनमें से 4 विधेयक पारित हुए थे। इनमें शामिल थे:
- वित्त विधेयक 2024
- विनियोग विधेयक 2024
- जम्मू और कश्मीर विनियोग विधेयक 2024
- भारतीय वायुयान विधेयक
रुपये की स्थिरता के लिए आरबीआई का हस्तक्षेप
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत बनाए रखने के लिए बाजार में हस्तक्षेप किया है, जिससे रुपये की अवमूल्यन को रोका जा सके। यह हस्तक्षेप विनिमय दर में अत्यधिक अस्थिरता को नियंत्रित करने के उद्देश्य से किया जाता है।