जल संसाधन विभाग ने कांकेर जिले के नरहरपुर विकासखंड में स्थित दुधावा जलाशय परियोजना के लिए 42.28 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इस योजना का उद्देश्य बांध सुरक्षा और जल प्रबंधन को सुदृढ़ बनाना है। इस परियोजना के कार्यों को मुख्य अभियंता, महानदी परियोजना रायपुर के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ शासन के जल संसाधन विभाग ने मंत्रालय, महानदी भवन से दुधावा जलाशय परियोजना के कार्यों के लिए प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी है। इस योजना के तहत बांध सुरक्षा (ड्रिप फेस-2) से संबंधित कार्य किए जाएंगे।
इस परियोजना के तहत निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे:
जलाशय संरचना को मजबूत बनाना
सिंचाई क्षमता में सुधार करना
बांध सुरक्षा उपायों को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित करना
जल संरक्षण और प्रबंधन को प्रभावी बनाना
दुधावा जलाशय परियोजना से किसानों को लाभ
इस परियोजना के पूर्ण होने से कांकेर जिले के हजारों किसानों को लाभ मिलेगा। सिंचाई सुविधाएं बढ़ेंगी, जल संरक्षण होगा और खेती की उत्पादकता में सुधार आएगा।
जल संसाधन विभाग के अनुसार, यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगी और क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति को भी बेहतर करेगी। साथ ही, इससे बाढ़ और सूखे जैसी आपदाओं को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी।
यह योजना क्यों महत्वपूर्ण है?
कृषि उत्पादन बढ़ाने में सहायक
सिंचाई सुविधाओं का विस्तार
जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन
ग्रामीण क्षेत्रों में जल प्रबंधन में सुधार
छत्तीसगढ़ शासन के इस निर्णय से जल संसाधन विभाग के प्रयासों को मजबूती मिलेगी और नरहरपुर क्षेत्र में जल उपलब्धता में बढ़ोतरी होगी। इस योजना का क्रियान्वयन जल्द शुरू होगा और इसे निर्धारित समयसीमा में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।