फेसबुक फ्रेंडशिप से 61 लाख रुपये की भारी ठगी का शिकार एक 66 वर्षीय रिटायर्ड फौजी हो गया है। यह मामला पुणे से सामने आया है, जहां साइबर ठगों ने सोशल मीडिया की एक फर्जी प्रोफाइल के माध्यम से रिटायर्ड अधिकारी को निशाना बनाया। आरोपी महिला ने खुद को मेडिकल स्टूडेंट बताया और भावनात्मक जुड़ाव बनाकर भरोसा जीत लिया। इसके बाद निवेश और ऑनलाइन टास्क के बहाने धीरे-धीरे 61.33 लाख रुपये की ठगी कर ली गई।
जनवरी के आरंभ में पीड़ित को एक अनजान महिला की फेसबुक रिक्वेस्ट आई, जिसमें उसने खुद को पटना की मेडिकल छात्रा बताया और पुणे से संबंध होने का दावा किया। दोनों के बीच धीरे-धीरे नियमित बातचीत होने लगी और कुछ ही दिनों में महिला ने ‘फायदे वाले टास्क’ का प्रस्ताव दिया। टास्क में सोशल मीडिया पोस्ट को लाइक और शेयर करने जैसे कार्य शामिल थे, और इसके बदले मोटे मुनाफे का वादा किया गया।
महिला ने एक फर्जी खाते के जरिए मुनाफे के स्क्रीनशॉट भेजे और विश्वास दिलाया कि निवेश बढ़ाने पर लाभ भी कई गुना मिलेगा। इसी लालच में आकर रिटायर्ड अधिकारी ने 18 बार ट्रांजैक्शन किए और अलग-अलग राज्यों—केरल, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश—में स्थित खातों में पैसे ट्रांसफर कर दिए। ठगों ने इन पैसों को बार-बार बदलते खातों और नंबरों में भेजकर ट्रैक करना भी कठिन बना दिया।
यह मामला न केवल व्यक्तिगत नुकसान की कहानी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे सोशल मीडिया के जरिए भावनाओं और विश्वास का फायदा उठाकर साइबर अपराध को अंजाम दिया जा रहा है। इस घटना के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और साइबर ठगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
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